Psalms 40:6-8


6आपको बलि और भेंट की कोई अभिलाषा नहीं,
किंतु आपने मेरे कान खोल दिए.
आपने अग्निबलि और पापबलि की भी चाहत नहीं की.
7तब मैंने यह कहा, “देखिए मैं आ रहा हूं;
पुस्तिका में यह मेरे ही विषय में लिखा है.
8मेरे परमेश्वर, मुझे प्रिय है आपकी ही इच्छापूर्ति;
आपकी व्यवस्था मेरे हृदय में बसी है.”
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